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Jul 2020
कर तू कुछ काम

सुक रही है पवित्र  यमुनाजी,

गंदी हो रही है पावन  गंगाजी

और लुप्त हो गई है सरस्वतीजी

ओ  इंसान अब तो सम्भल जा

अब तो  तेरी गहरी नींद से जाग जा

इन्हे बचाने के काम में लग जा

प्रकृती के साथ यूह  खिलवाड़ न कर तू ;

उसे बचाने की, जिगर ओ  जान से कोशिस कर तू

पेड पौधे लगा तू, पशु पंखी ओ को बचा तू

Armin Dutia Motashaw
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   Nidhi Jaiswal
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