वर्गाकार चेहरा जिस पर बॉय कट का पहरा आंखों में मासूमियत बने चंचलता का सेहरा जब तुम हंसती हो तो राज कोई दबाती गहरा।
छोटे-छोटे कीमती पत्थरों वाले बूंदे कीमती पत्थरों वाली मैचिंग वाली माला। वस्त्र तेरे 'कोटन' वाले बनाए तुझे कुलीन सी बाला जब तुम चलती हो तो फिजा में रंग भरती हरा।
तुम अंग्रेजी की सी चंचलता दुनिया संस्कृत सी धीर थोड़ा थोड़ा संयम रखा करो दुनिया कहीं हर ना ले चीर हृदय में बसे कोमलता और स्वभाव बड़ा है खरा।
आपको पढ़ना भी है एक सलीका कहां हमारे पास है ऐसा वह तरीका तुम मधुमास उत्सव हो हम पतझड़ सा फीका कच्चे मन के धागों से हमने भेद जाना जरा सा।।