Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
May 2020
घोंसला

तिनका तिनका जोड़ के घोसला बनाया बड़े  प्यार से

बच्चोंकी जान खतरे में देख कर , काटा दुशमन  को चोंच की धार से

छोटे और कमजोर हो कर भी ललकारा दुशमन को; देख तु यहीं ;

गर  पंछी यह  कर सकते हैं तो, हम इंसान क्यूँ नहीं ?

बच्चों के लिए माता पिता  उठाते हैं श्रम भारी, देते हैं कितना त्याग

वही बच्चे, अपने पति/ पत्नी की  खुशी के खातीर, बिगाड़ देते है मात पिताका  भाग ।

Armin Dutia Motashaw
37
 
Please log in to view and add comments on poems