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May 2020
प्रिय अब मास्क खोल न देना
     हाथ सैनिटाइज करना भी भूल न जाना
कोरोना से लड़ने का यह चक्र सुदर्शन
फूलों से भी प्यारा है इसका दर्शन
इसकी चौकस सुरक्षा में
कोई निज लापरवाही बरत न लेना
प्रिय यह मास्क खोल न देना
हाथ सैनिटाइज करना भी भूल न जाना
     मास्क की गांठों को व्यवस्थित करना सरल है
     पर एंटीबॉडी प्राप्त करना बड़ा कठिन है
     बीच भीड़ में कहीं जाकर
     लापरवाही से इसे हटा न देना
     प्रिय अब मास्क खोल न देना
     हाथ सैनिटाइज करना भी भूल न जाना
मिल सकते हैं चेहरे अनेक
कुछ चिकने, कुछ काफी नेक
कुछ खांसेंगे, कुछ देंगे छींक
नए-नए दृश्य पाकर भी
वीर तू मास्क को भूल न जाना
प्रिय अब मास्क खोल न देना
हाथ सैनिटाइज करना भी भूल न जाना
Mohan Jaipuri
Written by
Mohan Jaipuri  60/M/India
(60/M/India)   
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