घाट घाट का पानी पीना सिखाता है अवगुण ढकना कभी शेर तो कभी गिदड़ से होता रहता सामना कभी डर से दौड़ना कभी मौके को हथियाना कभी नरम तो कभी गर्म भाव सीखाता अपनाना जिसने घाट घाट का पिया हो पानी उसका कोई होता नही सानी सोच समझकर टक्कर लेनी वरना पड़ेगी मुंह की खानी।।