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Jan 2020
जलता हुआ दिया

जले मन मेरा, जैसे जले एक छोटासा दिया

ओ पिया, काहे जलाए तु मोरा नन्हासा जिया

धुंडे तुझे पल पल यह मोरे नैन , ओ मेरे पिया ।

बस अब चुप चाप मैंने है आंसू पीना सीख लिया

फिर भी, तेरे बिना अब तक सीखा नहीं है जीना

बता जा आके एक बार, कैसे जियू तेरे बिना

कह दू तुझे, न दिल मेरा मजबूत है, ना ही सीना

मौत के पहले यह बुझता दिया चाहता है (जलना) जीना ।

Armin Dutia Motashaw
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