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Jan 2020
तेरी लीला

मांगा था प्यार, पर वोह उनसे नहीं मिला ;

नसीब में लिखी थी तन्हाई, तो किससे करे हम गीला !!!

ईर्षा, नफ़रत का चलता ही रहा सिलसिला ।

ऐ साकी, प्यासे को तूही आज जाम पीला;

नशेमें कुछ पल मिले चैन; देखे तेरी भी लीला !

बहुत चाहा पर हमें तो अपना कोई भी न मिला !

Armin Dutia Motashaw
26
   Scorpio
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