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Aug 2019
सहारा

हर एक को चाहिए किसी का सहारा

चांदनी लेती है चांद का सहारा

नदी लेती है सागर का सहारा

सूर्यमुखी खिलता है ले कर सूर्य का सहारा

और कमल लेता है चन्द्रमा का सहारा

तरुलता चाहती है वृक्ष का सहारा

पशु, पंखी , मानव हर कोई ढूंढता है सहारा

ऐ खुदा, आप बन जाइए मेरा सहारा ।

Armin Dutia Motashaw
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