श्यामला देवी के नाम से वायस-रीगल -लौज के वैभव से पर्वत चोटियों की चिकनी ढलान से स्कीयरों के उत्साह से जो आमंत्रित करता है उल्लास से उस शहर से हमारी शान है। जाखू मंदिर के इतिहास से ब्रिटिश- गोरखाओं के संग्राम से जो भरा है अद्भुत अतीत गाथाओं से जो निहारता है ढाई हजार मीटर की हिमशिखा से उस शहर से हमारी शान है।। जो जुड़ा है मीटर गेज से वह लाइन करती अठखेलियां सुरंगों से जो अछूता है वैश्वीकरण और वाणिज्यकरण से जिसमें आकर्षण बरकरार है पुरानी दुनिया का उसी शहर से हमारी शान है। जहां की हिमाचली टोपी पहचान है खच्चर यात्रा जहां मशहूर है लोगों के चेहरे जहां गुलाबी हैं व्यवहार में सरलता और निश्छलता है निराश्रित को आश्रय देना जिस की शान है हिम के फाहे जिसे सजाते हैं इस शहर को स्वच्छ, स्वस्थ, शिक्षित बनाना हमारा काम है क्योंकि इस शहर से हमारी शान है।।