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85 · May 2024
आखातीज
Mohan Jaipuri May 2024
म्हारी आखातीज
घी‌-खीचड़े रो भोग
जे सागै खाटो मिलज्या
रैवां बारों मिनहां निरोग।
खेत में सोनचिड़ी दिखज्या
फोगड़ां गां सीटा
रामजी छांट करदे
सुगन मानां मोटा।
के तो घरै बीनणी आसी
के भरसी कोठ्या मोटा
बारों मिनहां धीणो रैसी
पीसां रो नीं होसी टोटा।।
85 · Jul 2024
चीता
Mohan Jaipuri Jul 2024
चीते जैसी फुर्ती की
कल्पना तभी संभव है
जब चीते सलामत रहें।।
Mohan Jaipuri Feb 22
KBC के श्रोताओं में से जिसे
नाम से जानते बासठ प्रतिशत
मेरा फोटो उसके साथ
वाह! कितनी गजब है बात।
चोबीस में थोड़ी हुई मुलाकात
पच्चीस के शुरू में छा गया तात
कुछ लोग रूपये की करते बात
असली सोना तो है औकात।
सदा सरल और सादगी को
हमेशा रखता अपने साथ
ब्यूरोक्रेसी से ज्यादा गणित पर
आज भी आजमाता हाथ।
शेर-ओ-शायरी और गजल
टूट पड़े जो मिले पजल(Puzzle)
रहता मिलकर सबके साथ
नखरे वालों से तंग है हाथ।।
84 · Dec 2024
2024
Mohan Jaipuri Dec 2024
Gone is gone
Muscle or bone
Not alone
This is known
Job was zone
Phone was 'On'
2025 will born
On foundation of it with
Appotunities Unknown
Greetings to all
For a merrier hall
84 · Jan 2020
Love by heart
Mohan Jaipuri Jan 2020
Love connects hearts
It does not need a language
And neither a gender
nor an interest
The best love does not
have need of respond
It comes as if preplanned
You can see it when
a child is playing with a pet
where nothing is set
and nothing is wet
84 · May 2020
Excruciating
Mohan Jaipuri May 2020
Frustration of lockdown
Or
say it revenge shopping
One day's relaxation
led Liquor sale in millions
It is really excruciating
Mohan Jaipuri Jul 2021
पीले वस्त्रों में तुम गेंदे का फूल लगती हो
दिलो -दिमाग पर छाने वाला नूर लगती हो
आती होंगी जो हवायें वहां से वो सेंसर होती होंगी
तभी तो हम तुम्हारी तस्वीर देख रहें हैं
वरना शायद हम सुगंध से मदहोश हो गये होते
और तुम्हारे नूर के नगमे गाकर बदनाम हो गये होते।।
84 · Jun 2022
हरियाली
Mohan Jaipuri Jun 2022
जो तितली जैसी चंचल है
वह मेरे दिल की हरियाली है
रंग-बिरंगे रंगों से सजती
लगती मधु की प्याली है।।
Mohan Jaipuri Apr 2021
यूं ही नहीं हैं हम उसकी
यादों के साये में कैद
याद है हमें उसकी हर
मसला‌-ए- जद्दोजहद।।
83 · Apr 2020
Dreams
Mohan Jaipuri Apr 2020
Dreams are beautiful to see
But difficult to live on them
Similarly I can say you moon
But where is the wax and wane
Mohan Jaipuri Nov 2024
वह इतना ऊंचा देखते हैं
मैंने कोशिश की और ठिठक गया
उन जैसा कुछ कर ना सका
यादों के भंवर में ही उलझ गया।।
- मोहन सरदारशहरी
83 · May 2024
सरजमीं
Mohan Jaipuri May 2024
देखने को नज़ारे दुनिया में
होंगे बहुत हसीं
रहने को सबसे अच्छी
पूर्वजों की सरजमीं।
जीती लंका राम छोड़कर
वापस लौट आये अयोध्या
तो पूजे जाते हर‌ घर
जो‌ जीतकर बसे परायी जमीं
चर्चित उनके महल, मकबरे
पर‌ झुकता नहीं शीश उस दर।।
Mohan Jaipuri Sep 2022
सतर साल‌ रही महारानी
ताज सुशोभित ब्रितानी
महारानी ‌की छवि प्रसिद्ध
ब्राइट-ब्राइट हैट्स वाली
और मनोरम आभा वाली
भारत आकर दी श्रद्धांजलि
मरे जो जलियांवाला नर संहार
हम  नत मस्तक हैं आपके
भूल जो आपने ली सुधार
ब्रिटेन की जब बात आये
खटके मन में टीस गुलामी की
संस्कार हमारे कहते ‌हैं
शायद वो हमारी‌ नियती थी
सलामी और‌ सच्ची श्रद्धांजलि
एलिजाबेथ द्वितीय महारानी को
जिसकी सल्तनत का रिकॉर्ड
कभी टूटे नहीं इसमें जरा भी
किसी को ना हैरानी हो।।
Mohan Jaipuri Mar 2022
होली तेरे स्वांग और लक्षण बड़े ग़ज़ब निराले हैं
बच्चे से बूड्ढे तक आज तमाशबीन बनने वाले हैं।

मर्द पहन  लिबास जनाना
बांधे पग में घुंघरू ‌हैं
मेहरी बन कर गली-गली में
शोर मचाते गबरू हैं
घर-घर फिर फाग सुनाते,डफ पर नाचने वाले हैं।

भर पिचकारी जब कोई छैला
आंगन की तरह झांके है
नई नवेली‌ नार कई हवेली
के किवाड़ ढांके है
देख नजारा ये निराला, बूड्ढे आग में घी डालने वाले हैं।

घर का आंगन बने रंग बावड़ी
इसमें कई तैरने वाले हैं
इस नजारे का‌ लुत्फ उठाने
कई बूड्ढे नज़रें बचा के ताड़ने वाले हैं
घर का मालिक- मालकिन ही, आज छूट देने वा‌ले हैं।

भांग घोट कर पीने वाले
आकाश में उड़ने वाले हैं
मद का प्याला पीने वाले
गली में लोटने वाले हैं
सूचना पाकर घरवाले उठाकर लाने वाले हैं।

पुराने कपड़े ढूंढकर पहनने वाले
नये कपड़े पहनने वालों को ढूंढने वाले हैं
साफ सुथरी सूरत वालों को
लंगूर बनाने वाले हैं
खाने की किसी को फ़िक्र नहीं, सब रंग लगाने वाले हैं।
बच्चे से बूड्ढे तक आज तमाशबीन बनने वाले हैं ।।
83 · Nov 2024
दर्पण
Mohan Jaipuri Nov 2024
राब्ता इस तरह रहा तुझसे
टोका वक्त की बंदिशों ने
समझा तूने अनकहे ही तो
दामन को दर्पण बनाया मैंने।।
Mohan Jaipuri Jan 2024
लोग लिखते हैं चित्रों पर
मैं लिखता हूं मित्रों पर
उन्होंने पढ़ा तो ठीक है
नहीं पढा तो कोई  बात नहीं
मैं तो उनको पढ़ ही रहा हूं
बस इस बहाने से ।।
एकजुटता तीस मार्च की
अनौपचारिकता इकतीस  की
बेटे की शादी की यादें हैं चोबीस की।
'तरार' पर बातें करना दिल छू गई युद्धवीर की
सास मेरी ठहरी‌ जो 'तरार' साधासर की।
जूठे हाथ भूलकर हाथ मिलाना झुकककर
संगीता की आत्मीयता यादें है चौबीस की।
पच्चीस पूरी ना कर‌ सकेगा वादा यह के पी का
भाभीजी से मुलाकात कराना बात रही दूर की।।
Mohan Jaipuri Dec 2020
रोज साझा करते हैं
बातें भौतिकता वाली
चलो आज एक दिन
करें बातें कर्मों के सार वाली।

     जब - जब मिलते हैं
     और जो - जो मिलते हैं
     बातें सिर्फ करते हैं
      'मैं' हूं वाली
गीता के प्रकाश में चलो आज
जलाएं इस 'मैं' की होली।

   हमारे शरीर के साथ-साथ इस जहां में
   हम ठिकाना पहले से ही तैयार पाते हैं
    लेकिन यह बात हम
    समझ कब पाते हैं?
गीता के प्रकाश में चलो आज
ढूंढते हैं इस रहस्य की खोली।

     ऐसे लुट रही है जिंदगी
    और हम अनजान बनकर बैठे हैं
    सच तो यह है कि हम व्यर्थ
    इच्छाओं की गठरी लेकर ऐंठे हैं।
आओ गीता के ज्ञान से
इन इच्छाओं की गठरी को कीलें।
Mohan Jaipuri Sep 2021
जिंदगी एक सफर है
जिसमें राहें हैं अनेक
कुछ जाती मंजिल को
तो कुछ छीनें‌ विवेक
सच्चा शिक्षक जो मिले
तो बदले भाग्य‌ रेख।
# Happy Teachers day in India
Mohan Jaipuri Jan 2023
मुझे मेरे अपने ही
विकीपीडिया में ढूंढते हैं
जब सामने आते हैं
कई पहेलियां बुझाते हैं
बात जब कोई मुद्दे की हो
कहते हैं व्हाट्स एप कर देंगे
खाने पीने के नाम पर
जोमेटो को आर्डर कर देंगे
ऐसे माहौल में हम भी
आशिर्वाद ई-मेल कर देंगे
ऐसे ताने बाने के समाज में
प्यार,मोहब्बत, भाईचारा
गूगल भी ना ढूंढ सकेंगे।।
82 · Dec 2020
Kingdom: Nowadays
Mohan Jaipuri Dec 2020
Years ago
Siblings and cousins
Came in kingdom
Had a nice time
in a wedding's freedom
As the parents were
busy & watched their
activities seldom.

Then they came again
this time in kingdom
and found it under
covid's feardom
and may go out
only accepting
mask as ransom.

On coming out it
was difficult
to understand
whether capital
is having farmers
or farmers are
having capital.

Then they heard
If farmers don't
accept the three
Agri laws it is
called talks failed
This is the actual
scenario they nailed.
82 · Mar 2024
रणभेरी
Mohan Jaipuri Mar 2024
चलो चुनावों की आज
बज गयी रणभेरी है
ना तेरी ना मेरी चलेगी
अब जनता की बारी है
पापड़ जैसे हल्की-हल्की
सिकती जनता हर दिन है
चुनावों में वह बनके लावा
हर पत्थर पिघला सकती है
भावनाओं के दोहन के
नीचे हर बार दब जाती हैं
देखो आजादी‌ के पिचहतरे
अब क्या गुल खिलाती है।।
Mohan Jaipuri Jun 2024
पहले पड़ती धूप
फिर चलती आंधियां
आंधियों का शोर मिटाने
बारिश आती रे! आंधिया।।
Mohan Jaipuri Feb 23
अब वो लोग कहां हैं जो समझे
कि कोई शिकायत तो नहीं
अब शिकायत वाली बात बोलते हैं
तोलते हैं कि शिकायत आये नहीं।।
Mohan Jaipuri Jun 2022
अट्ठाइस साल ,एक विभाग
फिर भी एक कागज पर
किये हस्ताक्षर दूसरी बार
वह चार्ज लेन- देन था कालू का
इस बार सामने अरूपता का ढेर
देखकर लगता है टिला बालू का
जीवन‌ है खाण्डे की धार
ढाल हैं हमारे ताल्लुकात।।
Signed on same paper after 28 years with LK Daga
81 · Nov 2024
साथ
Mohan Jaipuri Nov 2024
दिल मिले,जज़्बात निकले
चेहरे खिलते ही साथ चले।।
81 · Aug 2022
पत्नी
Mohan Jaipuri Aug 2022
जीवन शतरंज का खेल है
पत्नी इसमें रानी है
जिस दिन इससे पत्नी गायब
फिर बचती नहीं कहानी है।।
81 · Jun 2022
पिता
Mohan Jaipuri Jun 2022
आप ही नाम
आप ही धाम
आप ही सुबह
आप ही शाम
          आप पिता हैं।

आप ही मर्यादा
आप ही धर्म
आप ही समाज
आप ही आवाज
          आप पिता हैं।

आप ही अंदर
आप ही बाहर
आप ही हुनर
आप ही समुंदर
        आप पिता हैं।

आप ही ध्यान
आप ही ज्ञान
आप ही प्रमाण
आप ही महान
       आप पिता हैं।।
80 · Dec 2024
हाल-ए-दिल
Mohan Jaipuri Dec 2024
ये चहकती चिड़ियां
ये खिलखिलाते फूल
यह मासूम सी बच्ची
चुन रही प्यारे-प्यारे फूल
आड़ में इनकी तेरा
हाल-ए- दिल कबूल
मिल ना पाये तो क्या हुआ
सब देख रहा रसूल ।।
80 · Dec 2023
धुआं धुआं
Mohan Jaipuri Dec 2023
धुआं धुआं सी जिंदगी
धुआं धुआं सा समां
धरती के दु:खों से ही
झुका हुआ है आसमां।।
80 · Oct 2024
X
Mohan Jaipuri Oct 2024
X
Blue bird to Black X
Twitter owes to Elen Musk
Tweets are now  posts
But same are the tastes.
80 · Apr 2024
चांद
Mohan Jaipuri Apr 2024
तू चांद‌ है हसीन रातों का
तेरी चांदनी ढक जाती
जब चढ़ता नशा मेरी बातों का
मैं शीशा तेरे जज़्बातों का
खोलता भेद तेरी अदाओं का।।
79 · Feb 2020
Kiss : God's lovely wish
Mohan Jaipuri Feb 2020
When the
Eyes close
Ears refuse to listen
Breaths get warm
Skin blooms
Words become superfluous
Spirits unite
By god's wish
This souls union
is
Called a kiss
79 · Dec 2020
लोमड़ी
Mohan Jaipuri Dec 2020
लोमड़ी ! ए लोमड़ी!
चतुर चालाक तू पशु बड़ी
तू खेतों का रूप है
तेरी 'डो' 'डो' आवाज
मुझको लगती प्यारी बड़ी
फसलों को चूहों से बचाती
तेरी चप्पल चालाक
नजरें उन पर गड़ी-गड़ी
तेरी खोदी हुई मांदों में
हम छुपते थे घड़ी-घड़ी
देखते थे तेरी पूंछ
फूल झाड़ू जैसी बड़ी-बड़ी
लोमड़ी! ए लोमड़ी!..

मतीरों के खेतों में
तेरा फेरा लगता ऐसे
जैसे हो मंदिर की फेरी
चौकस नजरें और स्फूर्ति
तेरे शिकार पर पड़ती भारी
तेरी चपलता और चेष्टा
की है महिमा बहुत न्यारी
इसलिए ही जग में तू
मशहूर है चालाकी धारी
लोमड़ी! ए लोमड़ी!
चतुर चालाक तू पशु बड़ी।।
Mohan Jaipuri Aug 2024
इडली- सांभर ,‌दही कुल्हड़
पनीर और पुदीना चटनी
फूलों में दिखता तेरा चेहरा
शुभकामनाएं लगती हैं
अब बस जीवन‌संगिनी।।
Mohan Jaipuri Jan 2022
जब भी हो प्रतीक्षा की बात
हमेशा करना हमको याद
चाहे हो पदोन्नति की राह
या फिर साथी की चाह
और भ्रमण की जगह।।
79 · Jan 2021
पतंग से...
Mohan Jaipuri Jan 2021
एक अनूठा त्योहार
पतंगों की बहार
छतें हो गई आज संसार
तिल और गुड़ का उपहार
बंद दरवाजों में घुटते
मन के लिए धूप
और ताजगी भरी हवा
की नई हुंकार
पतंगों की उड़ान से
सबके जीवन में
नई उमंगों का है संचार
फिर भी हैं किसान बेजार
और खेत हैं बिन कामगार
अरे !पतंग तुझसे है एक गुहार
धरती पर कोई सुने ना सुने
तू आकाश पर पहुंचा दे
इन की पुकार
जहां पर गांधी शायद
इनका दर्द ले ले उधार।।
Mohan Jaipuri Feb 19
हे स्वर्ण केशी
लम्बे सफ़र पर
शुरू है पेशी।

भजले राम
सरकारी दफ्तर से
निपटा काम।

सेवा पेंशन
सम्मान से मिलता
अच्छा राशन।

आये धुंधल
उससे पहले ही
देख काबिल।

जीवन तेरा
जो औरों ने सराहा
घर में हारा।
Mohan Jaipuri Aug 2021
आज लड़कियां हारी नहीं हैं
बल्कि दब गई इनमें चिंगारी है।

अगले ओलंपिक बनके शोला दहक उठेगीं
तब पड़ने वाली दुनिया पर ये भारी हैं।

जितना तपता सोना है
उतना निखार आता है।

आज नहीं तो क्या हुआ
कल हमें जीतना आता है।

पहुंच सेमीफाइनल मान तो देश का बढा ही दिया
बस पदक जीतना बचा है
ऐसे ही जज्बा बरकरार रहे
अगले ओलंपिक स्वर्ण तमगा पक्का है।

विजेता की तरह आपका
स्वागत वापसी पर पक्का है
पलकों पर बिठाएगा यह देश आपको
इसमें जरा भी नहीं शंका है।।
Mohan Jaipuri Aug 2022
एक मोर पंख, एक बांसुरी
एक दही की हांडी
तीनों जहां एक जगह हों
वहीं दिखता है कन्हाई
एक लाठी , एक लंगोटी
एक गोल फ्रेम का चश्मा
तीनों जहां एक जगह हों
वहीं दिखता है गांधी
दोनों ‌का ही एक संदेश
प्रेम, आस्था,त्याग का फल
सुधारेगा आने वाला कल।।
78 · Mar 2020
Eat right and save others
Mohan Jaipuri Mar 2020
Our kitchen is
Treasure of health
& Mental wealth
But if cooked
And eaten
Wrong
Human race may
not last long
Covid-19
A big threat
78 · Jun 2024
गिफ्ट
Mohan Jaipuri Jun 2024
यह दिल भी अजीब है
गिफ्ट कोई और देता है
पहनकर दिखाने का मन
किसी और को‌ करता है।
बात करनी हो टेढ़ी तो
लिचड़ बोला जाता है
कमीना कह कर भी कभी
डियर बोला जाता है।।
78 · Jun 2024
आईना
Mohan Jaipuri Jun 2024
आज उन्नतीस जून है
जीने का वही जूनून है
तुझ बिन बेनूर जिंदगी
ईश्वर तेरा कैसा कानून है।

कभी घबराता था
आत्मविश्वास देख तेरा
आज बन‌ गया‌‌ है देखो
तुम बिन सवेरा यहां अंधेरा।।

आय कम थी
जरूरतें ज्यादा थी
फिर भी विश्वास था क्योंकि
तू हरदम जीत को आमादा थी।

ढलती उम्र के साथ
यादें ज्यादा ताजा हो रही हैं
जीवन का तजूर्बा है
सत्य गांधी,तो आईना कस्तूरबा है।।
78 · Nov 2024
काम
Mohan Jaipuri Nov 2024
काम करना तो वही है
जो करते हैं हम शौक से
बाकी तो बस चलता है
जिम्मेदारियों के खौफ से।।
- मोहन सरदारशहरी
78 · May 2024
तन्हाई
Mohan Jaipuri May 2024
मत तन्हाई की बात करो
जरा इस पर‌ भी गौर करो
मयखानो ने बोलने की आजादी दी
आंखें मिलीं तो खामोश हो गया।।
78 · Sep 2024
एक उत्तर
Mohan Jaipuri Sep 2024
आज मैंने जिंदगी से पूछा
मैंने अब तक क्या पाया ?
जिंदगी ने उत्तर दिया
कितना खुश किस्मत है तू
कि खोने का डर  ना रहा।
78 · Jul 2020
Daughters
Mohan Jaipuri Jul 2020
Daughters are angels
on this beautiful earth
They convert our house
into a lovely home
They share our happiness
When we are happy
They make us happy
When we are sad
& we are anxious about
where the happiness
will now come from?
They are flexible
Yet Unbreakable
Whether it is heat
Or a cold storm
They stand with
us very very firm
They are the
brand of beauty
on this earth
Still for them
nothing is beautiful
than their family
They are the model
of creation still
they remain away
from illumination.
78 · Nov 2024
एक स्केच
Mohan Jaipuri Nov 2024
बन आईना उनको देखता रहा
स्केच भी बनाता रहा
शीर्षक क्या दूं
मसला यह अनसुलझा रहा।।
78 · Mar 2020
History is Cruel
Mohan Jaipuri Mar 2020
When Rome was burning
Nero was fiddling
Now when
Romans are dieing
World is mask wearing
& distance maintaining
But it is called the
need of hour
Will our history
be seen as sour?
Difference between need of hour and history
77 · Oct 2024
बियासी
Mohan Jaipuri Oct 2024
उम्र बियासी आईं
हुनर तरासती
मिल अमिताभ से
यों बतियाती
मैं बदनाम थी
तूने ख्याति दी।

# HBD
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